पटना, बिहार – राजधानी पटना में शिक्षा माफियाओं का नेटवर्क एक बार फिर बेनकाब होता नजर आ रहा है। अगमकुंआ थाना क्षेत्र के पटेल कॉलोनी, इन्दु भूषण में स्थित मोना स्कूल ऑफ नर्सिंग पैरामेडिकल कॉलेज पर छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने के गंभीर आरोप लगे हैं। यहां बिना सेमेस्टर पूरा किए और बिना क्लास अटेंडेंस के छात्रों को डिग्री और परीक्षा सर्टिफिकेट देने का खुलासा हुआ है।
पैसे के बल पर मिल रही मेडिकल डिग्री
सूत्रों के अनुसार, यह कॉलेज AKU (आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय) से मान्यता प्राप्त है, लेकिन कॉलेज प्रशासन पर यह आरोप है कि वे 3,000 से 6,000 रुपये की जुर्माना राशि लेकर छात्रों को परीक्षा में बैठने का प्रमाण पत्र जारी कर रहे हैं। छात्रों ने जब यह शुल्क देने से इनकार किया, तो कॉलेज परिसर में हंगामा शुरू हो गया।

छात्रों का आरोप: “रूपयों के बल पर मिल रही डिग्री”
विरोध कर रहे छात्रों का कहना है कि कॉलेज में पैसे लेकर बिना क्लास किए छात्रों को पास कर दिया जाता है। यह व्यवस्था न केवल शिक्षा की गुणवत्ता को गिरा रही है, बल्कि भविष्य में सरकारी अस्पतालों में नौकरी पाने वाले ऐसे अनपढ़ नर्सिंग पेशेवरों के कारण मरीजों की जान भी खतरे में पड़ सकती है।
प्रिंसिपल का जवाब: “यह लेट फाइन है, लेकिन कोई रसीद नहीं”
जब इस मामले पर मोना नर्सिंग कॉलेज की प्रिंसिपल से बात की गई, तो उन्होंने स्वीकार किया कि यह जुर्माना राशि छात्रों की व्यवस्थाओं के लिए ली जाती है, लेकिन इस पर कोई मनी रिसिप्ट नहीं दी जाती। यह बयान भी कई सवालों को जन्म देता है – आखिर बिना रसीद पैसा क्यों लिया जा रहा है?
शिक्षा माफिया के खिलाफ हो सकती है बड़ी कार्रवाई
फिलहाल यह मामला जांच का विषय बना हुआ है। अगर जांच सही दिशा में आगे बढ़ती है तो पटना में सक्रिय मेडिकल शिक्षा माफिया के कई चेहरे बेनकाब हो सकते हैं। यह खुलासा बिहार में पैरामेडिकल शिक्षा व्यवस्था पर एक बड़ा सवाल खड़ा करता है।
Keywords: पटना मेडिकल कॉलेज घोटाला, मोना नर्सिंग कॉलेज खबर, बिहार पैरामेडिकल शिक्षा घोटाला, नर्सिंग डिग्री घोटाला पटना, AKU कॉलेज विवाद, पैरामेडिकल कॉलेज में फर्जीवाड़ा, Patna paramedical college scam, nursing college corruption Bihar
अगर आप चाहें तो मैं इसका वीडियो स्क्रिप्ट या सोशल मीडिया पोस्ट वर्जन भी तैयार कर सकता हूँ।
